सोने की कीमतों ने एक बार फिर नया इतिहास रच दिया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गोल्ड फ्यूचर प्राइस ₹1,20,900 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
इस बढ़त के साथ, दिसंबर डिलीवरी गोल्ड फ्यूचर में ₹651 (लगभग 0.54%) की तेजी दर्ज की गई है।
सोने में उछाल के मुख्य कारण
बाज़ार विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में यह बढ़ोतरी कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारणों से देखने को मिली है:
- अमेरिका की आर्थिक और राजनीतिक अनिश्चितता
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अस्थिरता और संभावित ब्याज दर कटौती की उम्मीदों से निवेशकों ने गोल्ड में निवेश बढ़ाया है। - फेडरल रिज़र्व की नीतियाँ
फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कमी की संभावना से गोल्ड एक बार फिर “सेफ हेवन” निवेश बन गया है। - ग्लोबल मार्केट कंडीशन और डॉलर की कमजोरी
डॉलर इंडेक्स में गिरावट और वैश्विक निवेशकों की गोल्ड खरीद बढ़ने से सोने की कीमतों में तेजी आई है। - त्योहारी मांग और घरेलू निवेश
भारत में नवरात्र और दिवाली की वजह से ज्वेलरी डिमांड में उछाल देखा गया है, जिससे घरेलू बाजार में भी रेट बढ़े हैं।
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PRESENT CONDITION OF GOLD AND SILVER, GLOBALLY
- World Gold Council (WGC) की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त महीने में कई देशों के केंद्रीय बैंकों ने सोने की खरीद फिर से बढ़ाई, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डिमांड मजबूत बनी रही।
- चीन के सेंट्रल बैंक (PBOC) ने सितंबर के अंत तक अपने गोल्ड रिजर्व को 74.06 मिलियन फाइन ट्रॉय औंस तक बढ़ा लिया, जो लगातार 11वां महीना है जब उन्होंने सोना खरीदा।
- वैश्विक स्तर पर, कॉमेक्स (Comex) मार्केट में दिसंबर डिलीवरी वाला गोल्ड $4,000 प्रति औंस के करीब पहुंच गया।
Silver के भाव में भी बढ़ोतरी
- सिल्वर फ्यूचर प्राइस ₹1,47,800 प्रति किलो तक पहुंच गया है, जो लगभग अपने रिकॉर्ड स्तर के करीब है।
- मार्च 2026 की डिलीवरी वाले सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट्स में ₹327 (लगभग 0.21%) की बढ़त के साथ कीमत ₹1,49,500 प्रति किलो दर्ज की गई।
- हालांकि, कुछ समय के लिए दिसंबर डिलीवरी सिल्वर में हल्की गिरावट भी देखी गई, जो $48.43 प्रति औंस पर ट्रेड करती रही।
अगर आप सोने में निवेश की सोच रहे हैं, तो यह समय सावधानी के साथ निर्णय लेने का है।
लंबी अवधि के लिए गोल्ड अभी भी एक मजबूत विकल्प माना जा रहा है, लेकिन अल्पावधि में उतार-चढ़ाव जारी रह सकते हैं।